नमस्कार,
आज की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में हम-आप बहुत कुछ पीछे छोड़कर आगे बढ़ते जाते हैं. हम अपने समाज में हो रहे सामजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक बदलावों से या तो अनजान रहते हैं या जानबूझकर अनजान बनने की कोशिश करते हैं. हमारी यह प्रवृत्ति हमारे परिवार, समाज और देश के लिए घातक साबित हो सकती है. अपने इस चिट्ठे (Blog) "समाज की बात - Samaj Ki Baat" में इन्हीं मुद्दों से सम्बंधित विषयों का संकलन करने का प्रयास मैंने किया है. आपके सुझावों का हार्दिक स्वागत रहेगा...कृष्णधर शर्मा - 9479265757

सोमवार, 18 मार्च 2013

नशा करने वालों का इनाम

 

मैंने तुमको बोला चुप रहो तो समझ में नहीं आता क्या???

मैं तुम्हे रानी कि तरह रखूँगा !

पत्नी :- तुमने मुझे शादी के पहले क्यों नहीं बताया कि,
तुम्हारी पहले ही रानी नाम कि पत्नी है....
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पति :- मैंने बताया तो था कि,
मैं तुम्हे रानी कि तरह रखूँगा !

मैं तुमसे शादी कैसे कर सकती हूँ ??

पप्पू -: मुझसे शादी करोगी ..?
लड़की -: क्या तुम्हारे पास हाउस है ?

पप्पू -: नहीं
लड़की -: क्या तुम्हारे BMW कार है ?

पप्पू -: नहीं
लड़की -: तुम्हारी salary कितनी है ..?

पप्पू -: salary तो नहीं है .. लेकिन ..
लड़की -: क्या लेकिन ... तुम्हारे पास कुछ नहीं है .. 
मैं तुमसे शादी कैसे कर सकती हूँ .?? plzz जाओ यहाँ से ..!!

पप्पू -: (खुद से बात करते हुए ) मेरे पास एक villa है
तीन property lands है,
तीन Ferrari, हैं
अब मुझे BMW ही खरीदने की क्या जरुरत है ?
मैं salary कैसे पा सकता हूँ ..जब मैं खुद अपनी कम्पनी का BOSS हूँ.
अब लड़की को कुछ जवाब ही नहीं सूझ रहा था !!

जब भारत के पीएम से ‘जुगाड़’ मांगा

कुछ विदेशी पर्यटक भारत घूमने आए.

एक गांव में उनकी बीएमडब्ल्यू कार खराब हो गई.

एक लोकल मकैनिक ने उसे ठीक कर दिया तो पर्यटक बहुत हैरान हुए.

उन्होंने मकैनिक से पूछा कि कैसे ठीक किया तो मकैनिक ने कहा- जुगाड़ से.
पर्यटक को ट्रेन का टिकट नहीं मिल रहा था, लेकिन एक एजेंट ने उन्हें टिकट दिलवा दिया.

वे फिर हैरान हुए और पूछा कि कैसे हुआ तो जवाब मिला- जुगाड़ से.
और भी कुछ जगह उन्हें दिक्कत आई, लेकिन हर जगह ‘जुगाड़’ से उनका काम बनता गया.
वे इस ‘जुगाड़’ सिस्टम से इतने प्रभावित हुए कि अपने देश लौट कर उन्होंने अपने प्रधानमंत्री को लेटर लिखा कि भारत से ‘जुगाड़’ सिस्टम को मंगाया जाए,
यह हर बिगड़ा काम बना देता है.
उनके पीएम ने जब भारत के पीएम से ‘जुगाड़’ मांगा
तो भारत के पीएम ने कहा- :
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हम नहीं दे सकते. यह दे दिया तो फिर हमारी सरकार कैसे चलेगी.!

संता-बंता भी शोक मनाने गए हुए थे

एक बार एक बुढ़िया मर गई तो उसकी बेटी जोर-जोर से रोने लगी और बोली,
अम्मा कहाँ गई तू !
जहाँ ना धूप  ना छाँव
ना रोटी ना सब्जी
ना बिजली ना पानी
साथ में संता-बंता  भी शोक मनाने गए हुए थे. संता ने साथ ही बैठे बंता से कहा " अबे देख तो कहीं बुढ़िया गलती से हमारे घर तो नहीं चली गई !!!!