समाज की बात - Samaj Ki Baat
"जिंदगी ख़ूबसूरत है, बस जीना आना चाहिए" *कृष्णधर शर्मा*
रविवार, 18 अप्रैल 2010
रविवार, 11 अप्रैल 2010
इतनी क्यों पी रखी है?
नशे में धुत संता को सड़क पर लड़खड़ाते देख पुलिसवाले ने पूछा: इतनी क्यों पी रखी है?
संता: मजबूरी थी साहब।
पुलिसवाला: ऐसी क्या मजबूरी थी?
संता: बोतल का ढक्कन गुम हो गया था!
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