सोमवार, 26 दिसंबर 2011

सबकुछ फ्री है

जज- मैं तुम्हें हवालात भेज रहा हूँ।

मुजरिम- लेकिन साहब! चार्ज क्या है?

जज- घबराओ नहीं! कोई चार्ज नहीं है, सबकुछ फ्री है।

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