समाज की बात - Samaj Ki Baat
"जिंदगी ख़ूबसूरत है, बस जीना आना चाहिए" *कृष्णधर शर्मा*
शुक्रवार, 24 फ़रवरी 2012
साधू बनने
पत्नी (पति से)- मेरी तो कोई संतान नही हैं इसलिए सोचती हूं कि अपनी सारी जयदाद किसी साधू को दान कर दूं।
ये सुनकर पति उठकर जाने लगा।
पत्नी- तुम कहां जा रहे हो?
पति (गंभीरता से)- साधू बनने।
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