सोमवार, 18 मार्च 2013

संता-बंता भी शोक मनाने गए हुए थे

एक बार एक बुढ़िया मर गई तो उसकी बेटी जोर-जोर से रोने लगी और बोली,
अम्मा कहाँ गई तू !
जहाँ ना धूप  ना छाँव
ना रोटी ना सब्जी
ना बिजली ना पानी
साथ में संता-बंता  भी शोक मनाने गए हुए थे. संता ने साथ ही बैठे बंता से कहा " अबे देख तो कहीं बुढ़िया गलती से हमारे घर तो नहीं चली गई !!!!

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