मंगलवार, 31 मई 2022

उनसे भी वफ़ा ही चाही

 

हमने वफ़ा की और उनसे भी वफ़ा ही चाही

अफ़सोस कि उन्हें बेवफाई में ही मज़ा आता है

                     कृष्णधर शर्मा 30.5.22

गुरुवार, 19 मई 2022

कातिल को शौक था

 

कातिल को शौक था गला रेतकर मारने का

अपनी भी नसें मगर फौलादी ही निकलीं

                      कृष्णधर शर्मा 18.05.22