"जिंदगी ख़ूबसूरत है, बस जीना आना चाहिए" *कृष्णधर शर्मा*
कातिल को शौक था गला रेतकर मारने का
अपनी भी नसें मगर फौलादी ही निकलीं
कृष्णधर शर्मा 18.05.22
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