गुरुवार, 30 जून 2022

नाज़ बहुत था अपनी वफ़ा पे

 

हमें भरोसा ए नाज़ बहुत था अपनी वफ़ा पे

यकीं उनको भी था अपनी बेवफाई पर बहुत

                     कृष्णधर शर्मा 30.5.22

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