क़त्ल कर शौक से मेरा तू ऐ बेरहम कातिल
गुनाह बताकर मारता तो मरने में भी मज़ा आता
कृष्णधर शर्मा 12.8.25
क़त्ल कर शौक से मेरा तू ऐ बेरहम कातिल
गुनाह बताकर मारता तो मरने में भी मज़ा आता
कृष्णधर शर्मा 12.8.25
बचपन की यादें क्या बता पायेगा वह भला!
कि जो वक्त से पहले ही ज़िम्मेदार हो गया
कृष्णधर शर्मा 8.8.25
जाकर भी क्या हासिल उस गली में अब बता
कि छोड़ कर चले गए सब यार जिस गली को
कृष्णधर शर्मा 7.8.25
जाकर भी क्या हासिल उस गली में अब बता
कि छोड़ कर चले गए सब यार जिस गली को
कृष्णधर शर्मा 7.8.25