बुधवार, 13 अगस्त 2025

ऐ बेरहम कातिल

 

क़त्ल कर शौक से मेरा तू ऐ बेरहम कातिल

गुनाह बताकर मारता तो मरने में भी मज़ा आता

                    कृष्णधर शर्मा 12.8.25

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें