तुमको सब अर्पित रचनायें हमारी हैं
रचनायें मेरी प्रिये प्रेरणा तुम्हारी हैं
यह उद्वगार नहीं मेरे पूजा के सुमन हैं
तुमको सुमन समर्पित पूजा ये तुम्हारी है.(कृष्ण धर शर्मा,2000)
रचनायें मेरी प्रिये प्रेरणा तुम्हारी हैं
यह उद्वगार नहीं मेरे पूजा के सुमन हैं
तुमको सुमन समर्पित पूजा ये तुम्हारी है.(कृष्ण धर शर्मा,2000)
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