"जिंदगी ख़ूबसूरत है, बस जीना आना चाहिए" *कृष्णधर शर्मा*
सोमवार, 12 सितंबर 2011
शादी के पांच साल
प्रेमिका शादी के समय फेरे के दौरान प्रेमी से बोली- सुनो जी! आज से तुम्हारे बिना मैं नहीं और मेरे बिना तुम नहीं। शादी के पांच साल गुजरने के बाद वही प्रेमिका बोली- धोखेबाज ठहर जा! आज या तो तुम नहीं या मैं नहीं।
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