"जिंदगी ख़ूबसूरत है, बस जीना आना चाहिए" *कृष्णधर शर्मा*
चौंक गया अचानक मुझे देखकर क़ातिल मेरा
सोचने लगा कि इस शख्स को पहले देखा है कहाँ
कृष्णधर शर्मा 27.8.21
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें