"जिंदगी ख़ूबसूरत है, बस जीना आना चाहिए" *कृष्णधर शर्मा*
क्यों जलते हैं दूसरों से दुनिया भी अजीब है
मुबारक हो तुमको महल हमे तो झोपडी ही अजीज है
कृष्णधर शर्मा 12.04.22
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