"जिंदगी ख़ूबसूरत है, बस जीना आना चाहिए" *कृष्णधर शर्मा*
सोमवार, 12 सितंबर 2011
दीवार के पार
रमन- मैं एक ऐसा आविष्कार करूंगा कि लोग दीवार के पार भी आसानी से देख सकेंगे। चमन- पर ऐसा आविष्कार तो पहले भी हो चुका है। रमन- यार, तुम किसकी बात कर रहे हो? चमन- विंडो की।
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