जब घर हो साफ-सुथरा
और
मन भी हो निर्मल
स्वच्छता
हो चारों ओर
हवा
भी हो शीतल
अपना
भी घर जगमग हो
दूसरों
के घर भी अंधेरा न रहे
हम
भी मुस्कुराएं और
दूसरों
को भी मुस्कुराने दें
अपने
अलावा भी किसी
और
का घर जगमगाने दें
हम
भी खाएं और दूसरों का
पेट
भी न रहे खाली
यही
तो त्योहारों का आनंद है
यही
तो है दिवाली
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