नमस्कार,
आज की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में हम-आप बहुत कुछ पीछे छोड़कर आगे बढ़ते जाते हैं. हम अपने समाज में हो रहे सामजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक बदलावों से या तो अनजान रहते हैं या जानबूझकर अनजान बनने की कोशिश करते हैं. हमारी यह प्रवृत्ति हमारे परिवार, समाज और देश के लिए घातक साबित हो सकती है. अपने इस चिट्ठे (Blog) "समाज की बात - Samaj Ki Baat" में इन्हीं मुद्दों से सम्बंधित विषयों का संकलन करने का प्रयास मैंने किया है. आपके सुझावों का हार्दिक स्वागत रहेगा...कृष्णधर शर्मा - 9479265757

शनिवार, 16 अगस्त 2014

वृक्क रोग (Kidney Disease)

पथ्य :  गाय के दूध की छाछ, ताजी दही (कम मात्रा में), गो-दुग्ध, पेठा, ककड़ी, परवल, धनिया, सौंफ, पुनर्नवा, पपीता, सेव, अमरुद, मीठा आम, नागकेशर, लौकी, तोरी, टिंडा, कच्चा पपीता, कच्चा केला, सेमफली, सहजन की फली, गाजर, नारियल, पानी, जौ, पानी, अन्नानास का रस, पत्थरचट्टा, के पत्ते, उबला हुआ पानी पियें |    

अपथ्य : मटर, दही, चना, राजमा, उडद, आलू, गोभी, पालक, चौलाई, टमाटर, चीकू, काजू, मशरूम, बैंगन, मांस, शराब, अदरक, लाल मिर्च, खटाई, नमक, काले पदार्थ, हरी मिर्च, अधिक व्यायाम त्याज्य है |  साभार-http://rajivdixit.net

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें