नमस्कार,
आज की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में हम-आप बहुत कुछ पीछे छोड़कर आगे बढ़ते जाते हैं. हम अपने समाज में हो रहे सामजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक बदलावों से या तो अनजान रहते हैं या जानबूझकर अनजान बनने की कोशिश करते हैं. हमारी यह प्रवृत्ति हमारे परिवार, समाज और देश के लिए घातक साबित हो सकती है. अपने इस चिट्ठे (Blog) "समाज की बात - Samaj Ki Baat" में इन्हीं मुद्दों से सम्बंधित विषयों का संकलन करने का प्रयास मैंने किया है. आपके सुझावों का हार्दिक स्वागत रहेगा...कृष्णधर शर्मा - 9479265757

गुरुवार, 14 फ़रवरी 2019

न आनेवाला कल- मोहन राकेश

 "वह किस स्त्री की बात कर रहा है, यह मुझे पूछने की जरूरत नहीं थी। स्कूल में जब भी आपसी बातचीत में 'उस स्त्री' का जिक्र करता था, तो उसका मतलब मिसेज ज्याफ्रे से होता था। ज्यादातर लोगों का आपसी बातचीत का विषय भी वही रहती थी। इस दृष्टि से स्कूल में सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति थी। रहस्यमय भी, क्योंकि उसके अतीत को लेकर कई तरह की बातें लोगों से सुनने को मिल जाती थीं, एक बात जो सबसे ज्यादा प्रचलित थी, वह यह थी कि मॉली क्राउन उसके पति की कोई संतान नहीं है। "मॉली आधी हिंदुस्तानी है"। कोहली कहा करता था "जब कि इसका पति इसकी तरह खालिस अंग्रेज था"। बीस साल यह एक राजकुमारी की गवर्नेस रही है। उसी जमाने में सुना है कि..."। (न आनेवाला कल- मोहन राकेश)



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