"क्या तुमने उन्हें देखा है-उन बँगलों को? इसे लुटियेन्स का शहर कहा जाता है, रायसीना के बँगले। वहाँ लम्बे लॉन हैं, झाड़ियों से घिरे हुए, पेड़ों से घिरे हुए। वे जामुन के पेड़ हैं, जो बारिश के दिनों में पकते हैं, टपाटप नीचे गिरते हैं। ज़रा ऊपर देखो, तो बुगुबगोलिया के फूल दिखाई देंगे, लाल और सुर्ख, बँगलों को अपनी लपटों में लपेटे हुए।" (एक चिथड़ा सुख-निर्मल वर्मा)
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