चंद रुपयों में बिककर
अपने देश का राज
दुश्मन को देने
वाले की तुलना में
कहीं अधिक कठिन
होता है
तमाम जुल्मो-सितम
सहकर भी
देशभक्त बने रहना
बहुत मुश्किल और
बहादुरी का काम होता है
गद्दार कहे जाने के
बाद भी जिन्दा रखना
अपने दिल में देशभक्ति की ज्वाला
गद्दार बनने के लिए नहीं चाहिए होता है
कोई डिग्री या डिप्लोमा
मगर देशभक्त बने रहने के लिए
चाहिए होता है कलेजा नंबी नारायण की तरह
(कृष्णधर शर्मा 27.8.2022)
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