एक बार अकेलेपन से परेशान रमन ज्योतिषी महाशय के पास गया और अपना हाथ आगे बढ़ाता हुआ बोला- महाराज बताइए ना, मेरी शादी कब होगी? ज्योतिषी- कभी भी नहीं होगी। घबराहट से रमन ने पूछा- पर क्यों? ज्योतिषी- भला कैसे होगी! तुम्हारे भाग्य में तो सिर्फ सुख ही सुख लिखा है।
नमस्कार,आज की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में हम-आप बहुत कुछ पीछे छोड़कर आगे बढ़ते जाते हैं. हम अपने समाज में हो रहे सामजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक बदलावों से या तो अनजान रहते हैं या जानबूझकर अनजान बनने की कोशिश करते हैं. हमारी यह प्रवृत्ति हमारे परिवार, समाज और देश के लिए घातक साबित हो सकती है. अपने इस चिट्ठे (Blog) "समाज की बात - Samaj Ki Baat" में इन्हीं मुद्दों से सम्बंधित विषयों का संकलन करने का प्रयास मैंने किया है. आपके सुझावों का हार्दिक स्वागत रहेगा...कृष्णधर शर्मा - 9479265757
name jaikishan date 2/12/1981 time 11.55am
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