हमें भरोसा ए नाज़ बहुत था अपनी वफ़ा पे
यकीं उनको भी था अपनी बेवफाई पर बहुत
कृष्णधर शर्मा 30.5.22
नमस्कार,आज की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में हम-आप बहुत कुछ पीछे छोड़कर आगे बढ़ते जाते हैं. हम अपने समाज में हो रहे सामजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक बदलावों से या तो अनजान रहते हैं या जानबूझकर अनजान बनने की कोशिश करते हैं. हमारी यह प्रवृत्ति हमारे परिवार, समाज और देश के लिए घातक साबित हो सकती है. अपने इस चिट्ठे (Blog) "समाज की बात - Samaj Ki Baat" में इन्हीं मुद्दों से सम्बंधित विषयों का संकलन करने का प्रयास मैंने किया है. आपके सुझावों का हार्दिक स्वागत रहेगा...कृष्णधर शर्मा - 9479265757
हमें भरोसा ए नाज़ बहुत था अपनी वफ़ा पे
यकीं उनको भी था अपनी बेवफाई पर बहुत
कृष्णधर शर्मा 30.5.22
मई के आखिरी और जून के पहले सप्ताहों में
उबलती हुई सी
कोलतार की सपाट सड़कों से
गुजरते हुए अचानक
ही बेचैनी महसूस करते
वह गिर पड़ता है गश
खाकर सड़क के एक किनारे
बिखर जाती हैं हाथ
में पकड़ी हुई फाइलें
जिसमें संजोकर रखी
हुई हैं उसके ढेरों डिग्रियां
जिन्हें छाती से
लगाये घूम रहा है
वह पिछले कई सप्ताह
से
गगनचुम्बी
बिल्डिंगों में बने आलिशान ऑफिसों में
जहाँ से कई बार
घुसने से पहले ही
कर दिया गया बैरंग
चिट्ठी की तरह वापस
कि अभी यहाँ पर
नहीं है कोई वैकेंसी
कॉलेज की पढाई पूरी
कर लेने के बाद
घर से भी बहुत दबाव
था
जल्दी से कोई नौकरी
ढूँढने का
बहुत परेशान था वह
पिछले कुछ हफ़्तों से
घर से लाए हुए
रूपये भी खत्म हो रहे थे काफी तेजी से
और खत्म हो रही थी
उसकी ताकत भी रुपयों के साथ ही
और आखिरकार वह गिर
ही पड़ा आज चलते-चलते...
(कृष्णधर शर्मा 25.6.2022)
चालीस पार का आदमी
जिसने
देखे होते हैं दर्जनों सपने
अपने
और अपनों के लिए
कि
दिन-रात हाड़तोड़ मेहनत करके
कर
सकूंगा इतनी व्यवस्था
कि
एक समय के बाद
सुकून
से बैठकर
ले
सकूँ जिंदगी का आनंद
जिसके
लिए कर दिए अपने
सैकड़ों
सपने कुर्बान
यह
सोचकर कि अभी
वक्त
नहीं है आराम करने का
अभी
अगर सोचा भी आराम के बारे में
तो
आगे की जिन्दगीं
हो
जाएगी बहुत ही कठिन
मगर
जब एक समय के बाद
ठहरने
की सोचता है इन्सान
तो
पाता है कि अभी तो
बची
हुई हैं इतनी जिम्मेदारियां
कि
इस जन्म में आराम करना
लगभग
असंभव जैसा ही है....
(कृष्णधर शर्मा 21.6.2022)
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी और गलत खान-पान के चलते मोटापा एक आम समस्या बन गई है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मोटापा सिर्फ आपकी शारीरिक बनावट ही नहीं, बल्कि आपके स्वास्थ्य को भी अंदर से कमजोर कर सकता है? मोटापा कई गंभीर बीमारियों की जड़ बन सकता है, जिनमें हार्ट डिजीज से लेकर कैंसर तक शामिल हैं। इसलिए वज़न को हल्के में लेना खतरनाक साबित हो सकता है।
मोटापे से जुड़ी 5 खतरनाक बीमारियां
1. हृदय रोग (Heart Disease) मोटापा सबसे ज्यादा असर हमारे हृदय पर डालता है। शरीर में फैट बढ़ने से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल लेवल असंतुलित हो जाते हैं, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी जानलेवा स्थितियों का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। मोटे लोगों में हृदय की कार्यक्षमता भी धीरे-धीरे कम होने लगती है।
2. टाइप-2 डायबिटीज (Type-2 Diabetes) मोटापा इंसुलिन रेसिस्टेंस को बढ़ाता है, जिससे ब्लड शुगर का स्तर असामान्य हो जाता है। यही स्थिति धीरे-धीरे टाइप-2 डायबिटीज का कारण बनती है। खासतौर पर पेट के आसपास जमा फैट डायबिटीज के लिए अधिक जिम्मेदार होता है।
3. स्लीप एपनिया (Sleep Apnea) स्लीप एपनिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें नींद के दौरान सांस रुकने लगती है। यह समस्या मोटे लोगों में ज्यादा पाई जाती है क्योंकि उनके गले और गर्दन में फैट जमा हो जाता है, जिससे एयरवेज बाधित हो जाते हैं। इसका असर नींद की गुणवत्ता और दिनभर की ऊर्जा पर भी पड़ता है।
4. ऑस्टियोआर्थराइटिस (Osteoarthritis) अत्यधिक वजन जोड़ों, विशेषकर घुटनों और कमर पर अतिरिक्त दबाव डालता है। इससे जोड़ों का दर्द और सूजन शुरू होती है और धीरे-धीरे यह ऑस्टियोआर्थराइटिस का रूप ले सकती है। यह बीमारी न केवल चलने-फिरने में परेशानी पैदा करती है, बल्कि जीवन की गुणवत्ता को भी प्रभावित करती है।
5. कैंसर (Certain Cancers) अध्ययनों से पता चला है कि मोटापा कुछ प्रकार के कैंसर जैसे ब्रेस्ट, कोलन, यूटेरस और किडनी कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है। मोटे शरीर में सूजन और हार्मोनल असंतुलन इन कैंसरों के लिए जिम्मेदार होते हैं। मोटापे से बचाव के उपाय मोटापे से जुड़ी इन बीमारियों से बचने के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव जरूरी है। नियमित एक्सरसाइज, हेल्दी डाइट और समय पर स्वास्थ्य जांच ही इसका सबसे अच्छा समाधान है।
समाज की बात Samaj Ki Baat कृष्णधर शर्मा